नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए Khubsurti Ki Tareef Shayari लेके आये हैं। आप इस शायरी की मदद से अपनी गर्लफ्रेंड को, पत्नी को याफिर किसी भी लड़कियों को इम्प्रेस कर सकते हैं, उसकी तारीफ करके। लड़कियों की खूबसूरती पर हम जब उनकी तारीफ करते हैं, तो उन लड़कियों को बड़ा अच्छा लगता हैं। आपकी गर्लफ्रेंड हैं और आप अपनी गर्लफ्रेंड की खूबसूरती पर तारीफ करना चाहते हैं। तो आप इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े। आपको इस पोस्ट में सबसे बेस्ट खूबसूरती की तारीफ शायरी मिल जाएगी। आप यहाँ से अपने मन पसंद की किसी भी शायरी को कॉपी कर सकते हैं।
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Contents
Khubsurti Ki Tareef Shayari
तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है,
तेरे आगे चांद भी पुराना लगता है।
महंगी हे तु कोहिनूर से भी,
खूबसूरत हैं तु हूर से भी,
दूर से दिखते हे चांद में दाग मगर,
बेदाग हे तु दूर से भी।
दिल का क्या है तेरी यादों के सहारे जी लेगा
हैरान तो आखें है तड़पती है तेरे दीदार को।
ये कैसी ख्वाहिश है की मिटती ही नहीं,
जी भर के तुझे देख लिया फिर भी नजर हटती नहीं।
ज़िन्दगी का सबसे खूबसूरत ख्याल हो तुम,
इश्क़ और इबादत दोनों में बेमिसाल हो तुम।
आपकी खूबसूरती ने तो हमें कायल कर दिया,
ना चाहते हुए भी आपके प्यार में घायल कर दिया।
मैं फनाह हो गया उसकी एक झलक देखकर,
ना जाने हर रोज़ आइने पर क्या गुजराती होगी।
देख के तुम्हारी मुस्कुराहट हम होश गवा बैठे
हम होश में आने ही वाले थे कि तुम फिर मुस्कुरा बैठे।
होने लगी थी ठीक तबीयत मेरी मगर…
तुम्हारी खूबसूरती देख कर फिर बिगड़ गई।
समुद्र भी तेरी आंखों की
खूबसूरती बयां नहीं कर पाएगा
इतनी गहरी हैं वो आंखें कि
खुद वो भी डूबता चला जाएगा।
खूबसूरती की तारीफ शायरी
तुम्हें पा लेने के बाद एक और चाहत है मेरी,
मैं जब भी जन्म लूँ तुमसे ही प्यार करूँ।
क़यामत है ज़ालिम की नीची निगाहें,
खुदा जाने क्या हो जो नजरें उठा लें।
ज्यादा बड़ा शायर तो नहीं हूं मैं
बस तुम्हें खूबसूरत लफ़्ज़ों में पिरो देता हूं।
ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुमसे,
धड़कना भूल सकता है पर तेरा नाम नहीं।
सुनो उस की तारीफ कुछ ऐसे है,
इक जहां हो जैसे उसकी मुठी मैं।
दुनिया तो सिर्फ चाँद पे ही गयी है।
हमारे पास तो पूरा चांद ही है।
हमें लिखनी है उन पर एक पूरी किताब,
उनकी तारीफे चंद लफ़्ज़ों में हमसे बयां नहीं होंगी।
ना मिला कर उदास लोगो से,
हुस्न तेरा बिखर ना जाए कहीं।
एक तेरी ही तलाश है मुझे,
इसलिए भी मैं लोगो को अनदेखा कर देता हु।
तेरे हुस्न को परदे की, जरूरत ही क्या है ज़ालिम
कौन रहता है होश मैं, तुझे देखने के बाद।
खूबसूरती की तारीफ शायरी २ लाइन
उसके चेहरे की चमक के आगे सब सादा लगा,
आज आसमा में चांद पूरा था मगर आधा लगा।
मुझसे ज्यादा तुझे मेरी आंखें चाहती है,
जब भी तुझे सोचता हूं तो यह भर आती है।
निगाह उठे तो सुबह हो झुके तो शाम हो जाये
एक बार मुस्कुरा दो तो कत्ले-आम हो जाये।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,
कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो।
हटा कर जुल्फ चेहरे से,
ना तुम छत पर शाम को जाना,
कहीं कोइ ईद ना करले सनम,
अभी रमजान बाकी है।
एक अजीब सी बेताबी है तेरे बिन,
रह भी लेते हैं और रहा भी नही जाता।
मुझे भेजा था रब ने दुनियां देखने को,
और मैं एक ही चहरे को तकता रह गया।
कुछ अपना अंदाज हैं,
कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ,
जुर्म दोनो ही संगीन हैं।
बहुत कुछ लिखना चाहते हैं,
तुम्हारी खूबसूरती के बारे में,
पर शब्द कम पड़ जाते है लिखते लिखते।
तुम को देखा तो मोहब्बत भी समझ में आई,
वर्ना इस लफ्ज की तारीफ़ सुना करते थे।
स्त्री की सुंदरता पर शायरी
जब तुम नक़ाब चेहरे से हटा देती हो,
कसम से मेरे दिल की धड़कने बढ़ा देती हो।
उम्र नहीं थी इश्क करने की बस
एक चेहरा दिखा और गुनाह कर बैठे।
चांद के हुस्न पे हर शख्स का हक है मंसूर,
मैं उसे कैसे कहूं, रात को निकला ना करे।
समझ में आया लोग चाँद को
खूबसूरत क्यों कहते हैं,
शायद मेरी तरह वो भी उसमे
अपनी ही झलक देखते होंगे।
ख्यहिशों और भी है तेरे अलावा मगर,
तेरे सिवा खुदा से मांगा कुछ भी नहीं।
आप इतनी खूबसूरत हो कि मैं दुआ करता हूं।
कही आपको नजर न लग जाए इस बात से डरता हूं।
आज उसकी मासूमियतके कायल हो गए,
सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं, लफ्ज कम पड़ जाएंगे,
तेरी आंखों में जो डूबे, वो सागर में खो जाएंगे।
तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत,
हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते हैं।
लाजमी है तेरा खुदपर गुरुर करना,
हम जिसे चाहे वो मामूली हो भी नही सकता।
खूबसूरती की तारीफ शायरी 4 लाइन
ज़िक्र जब छिड़ गया क़यामत का,
बात पोहंची तेरी जवानी तक।
तुम हकीकत नही हो हसरत हो,
जो मिले ख्वाब में वही दौलत हो,
किस लिए देखती हो आइना,
तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
सुकून मिलता है दिल को तुझे हर मन्नतों में मांग कर, मैं रोज़ तुमसे मिलता हूँ तेरे ख्यालों में हाथ थाम कर।
जो कागज पर लिख दूं तारीफ तुम्हारी
तो स्याही भी तेरे हुस्न की गुलाम हो जाए।
तेरे चेहरे की मासूमियत, दिल को चुरा लेती है,
तेरी मुस्कान की एक झलक,
दिल में सुकून ले आती है।
कजरारी सी गहरी आंखों को,
हम देख कर फिदा हो गए।
बेहद खूबसूरत “गजल” हो तुम,
तुम्हे हर पल गुनगुनाती हूँ मैं।
तारीफ तुम्हारी नहीं तारीफ तो उसकी है
जिसने बना दी इतनी खूबसूरत हस्ती।
जी तो करता है तुझसे लिपट के सो जाऊं,
तुजमे सिमट जाऊं तुझ मैं फना हो जाऊ।
यूँ तो किसी के भी लिए लिखी नहीं दो पंक्तियाँ,
पर तुम्हारी खूबसूरती देख कर खुद को रोक न सके।
सनम की खूबसूरती की तारीफ शायरी
जब भी किसी को चाहने का सवाल आया है,
दिल को बस तेरा ही ख्याल आया है।
आपकी खूबसूरती की,
तारीफ करने का हौसला नहीं मिलता,
आप वो गुलाब है जो हर बाग़ में नहीं खिलता।
कितने तारे हैं आसमान में पर चांद जैसा कोई नहीं,
और कितने चेहरे हैं, इस जमीन पर तेरे जैसा कोई नहीं।
इंतजार रहता है तुम्हारा,
कभी सब्र से और कभी बेसब्री से।
तेरे हर अंदाज पे, दिल हार जाता है,
तेरी मुस्कान पे तो ये जहां भी वार जाता है।
आपको मैंने निगाहों में बसा रखा है,
आप जैसी खुबसूरती मेने और कही नही देखी है।
खूबसूरत हो तुम दिलकश मुस्कुराहट है तुम्हारी
एक झलक पाकर ही धड़कने बढ़ जाती हैं हमारी।
हमें आदत नहीं थी हर किसी पे फ़िदा होने की, तुम में बात ही कुछ ऐसी थी खुद को संभाल ना पाए।
जिंदगी बहुत ही खूबसूरत है,
यह मुझे आपकी खूबसूरती देख कर पता चला।
हमारी तारीफ भी उनको मजाक लगती है,
खुदा आईना दिखाए उन्हें बिठाकर जरा।
सुंदरता की तारीफ के लिए शब्द
खुबसुरत सा वो पल था
पर क्या करे वो कल था
जब एक खूबसूरत लड़की मेरे साथ थी।
कुछ तू सोचा होगा किस्मत में तेरे मेरे बारे में
वरना इतनी बड़ी दुनिया में
तुमसे ही क्यों मोहब्बत हो गई।
तुम खूबसूरत हो दुनिया जानती है,
मैं तुमसे प्यार करता हु क्या तुम जानती हो।
कुछ बोलता नहीं फिर भी सवाल करता हैं,
उसके गालों का तिल बड़ा बवाल करता है।
तुझे देख लूँ तो सारा दिन फूल सा खिलता है,
तेरी आवाज सुनकर ही,
न जाने क्यूँ दिल को सुकून मिलता है।
प्यार भी कितना अजीब होता है, वो चाहे कितनी भी तकलीफ दे पर सुकून भी उसी के पास मिलता है।
जीने के लिए जान जरूरी है,
कुछ पाने के लिए अरमान जरूरी है,
चाहे जितने भी गम को मेरी दुनिया,
में तुम्हारे लबों पर मुस्कान जरुरी है।
हम भी कुछ प्यार के गीत गाने लगे हैं,
जब से ख्याबों में मेरे वो आने लगे हैं।
अक्सर जब थक जाता हूं दिन भर के कामों से,
तो तेरे ख्यालों में खो कर सुकून ढूंढ लेता हूं।
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तुम साथ रहना,
चाहे दूर रहो पर हमेशा दिल के पास रहना,
काबू में नहीं है आजकल ये दिल मेरा,
हर वक़्त सिर्फ तेरी ही तारीफें करता है।
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Last Word :-
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