नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए खराब किस्मत शायरी लेके आये हैं। जब हम कोई कार्य दिल से करते हैं, और वह कार्य सही से नहीं होता हैं। हमारी जिंदगी में कुछ ना कुछ बुरा होता रहता हैं, हमारा हमसफऱ हमे छोड़के चला जाता हैं। तब हम हमारी किस्मत को कोष ते हैं। हमे लगता हैं की हमारी किस्मत ख़राब हैं। तब हम खराब किस्मत शायरी खोजते हैं। आपको यहाँ पर सबसे बेस्ट खराब किस्मत शायरी मिल जाएगी। आप यहाँ से अपने मन पसंद की किसी भी शायरी को कॉपी कर सकते हैं।
दोस्तों आपका स्वागत हैं, हमारे ShayarGyan.com ब्लॉग में। हमने यहाँ पर खराब किस्मत शायरी की आजतक की सबसे बेस्ट कलेक्शन शेयर की हैं। जिसमे यह सभी शायरिया शामिल हैं, जैसे की Kharab Kismat Shayari, खराब किस्मत शायरी 2 लाइन, किस्मत का खेल शायरी, Kharab Kismat Shayari On Life और भी बहुत सारी शायरिया। आप यहाँ से अपने पसंदीदा शायरी को कॉपी करके अपने इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सप्प स्टेटस पर लगा सकते है।
Contents
खराब किस्मत शायरी
मैं इतना बुरा तो नहीं,
जितना बताया जाता हूँ,
मेरी किस्मत बुरी है,
बस इसलिए ठुकराया जाता हूँ।
मिलना होगा हमारा किस्मत में,
तो मिल ही जाएंगे वर्ना कौन लड़ा है,
इस किस्मत से, जो हम लड़ पाएंगे।
मेरी चाहत को मेरी हालत के तराजू में न तोल,
मैंने वो जख्म भी खाऐ है, जो मेरी किस्मत में नहीं थे।
किस्मत ने साथ नहीं दिया साहब,
वरना इश्क तो हमने भी जबरदस्त किया था।
मैं किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूं,
वो हर रोज जोड़ती है मुझे, फिर से तोड़ने के लिए।
एक मोड़ तक आना और बिछड़ जाना
यही क़िस्मत तुम्हारी भी थी और मेरी भी।
तकलीफ किस्मत में लिखी है,
अपनो को दोष देना ठीक नहीं।
तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया,
मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही।
खोना चाहता मैं तुझे किसी क़ीमत में नहीं,
मगर क्या करूँ जब तू क़िस्मत में नहीं।
Kharab Kismat Shayari
ये ज़रूरी तो नही ना कि
जिनके दिल में प्यार हो
उनकी किस्मत में भी प्यार हो।
किस्मत से तो हमारी पहले से नहीं बनती
तुम्हारा इश्क तो बहाना है बर्बादी का।
यकीन मानो दोस्तों मेरी बस,
सकल, किस्मत और जिंदगी खराब है, दिल नहीं।
कुछ कहानियाँ अक्सर अधूरी रह जाती है,
उन्हे पूरा कर पाना कभी किस्मत मैं तो,
कभी हमारी हद मैं नही होता।
ख्वाहिशे तो बहुत है दोस्तों,
फिलहाल अभी किस्मत और,
हालात दोनों के सताएं हुए है।
एक बात तो पक्की है,
जिनके दिल बहोत अच्छे होते हैं,
अक्सर किस्मत उनकी ही,
बहुत खराब होती है।
अहंकार में ही इंसान सब कुछ खोता है,
बेवजह किस्मत को दोष देकर रोता है।
दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते हैं,
वरना मुलाक़ात तो हजारो से होती है।
पछताते रहे हम अपनी बुरी किस्मत पर,
जब उसे कोई किस्मत वाला लेकर जा रहा था।
खराब किस्मत शायरी 2 लाइन
तलब ऐसी है कि तुम्हें अपनी साँसों में बसा लूं,
लेकिन किस्मत ऐसी है कि,
तुझे देखने को भी मोहताज हूँ।
किस्मत और सुबह की नींद
कभी समय पर नहीं खुलती
हमेशा अचानक ही खुलती हैं।
सुनो किस्मत मे जो नही,
उनसे रूठा नही करते।
इंसान की किस्मत कितनी भी अच्छी क्यों ना हो,
उसकी कुछ ख्वाहिशे, अधुरी रह ही जाती है।
देखो तो यारों कैसी बदकिस्मत हमने पाई है,
हर बेवफा लड़की मेरे नसीब में ही आयी है।
अजीब सी किस्मत पाई है हमने,
अपने मेहबुब कि कहानी उसकी मेहबुबा से सुनते हैं।
बहुतों को तो होठो पर तिल वाली
गर्लफ्रैंड भी मिल जाती
ओर मेरी किस्मत मैं तो
हल्की हल्की मुछे वाली भी नही है।
ख़राब हम नहीं हमारी किस्मत है,
जहां भी जाते है अकेले ही रह जाते है।
सच देखना भी हर किसी के वश में नहीं होता,
इंसान भी बेबस है अपनी किस्मत के आगे।
किस्मत का खेल शायरी
हम भी आएंगे तेरे नये आशिक से मिलने,
ज़रा हम भी तो देखे किस्मत वाले दिखते कैसे है।
जिंदगी में चुनौतियां हर किसी के
हिस्से में नहीं आती है,
क्योंकि किस्मत भी किस्मत
वालों को ही आजमाती है।
बदकिस्मत था मैं जो हर जगह हारा,
मैंने जिसको चाहा उसने ही मुझे मारा।
तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कुबूल हो गयी,
काँच सी टूटी किस्मत मेरी हीरों का नूर हो गयी।
सच देखना भी हर किसी के वश में नहीं होता,
इंसान भी बेबस है अपनी किस्मत के आगे।
मैं तो चलता रहा ताउम्र मंज़िल की तलाश में,
पर कम्बख्त मेरी क़िस्मत ही नहीं चली।
किस्मत की लकीरें अब दर्द बयां करने लगी है,
जब से वो बेवफा मेरी जिंदगी से दूर गयी है।
मिलकर भी चाहत अधूरी रही हैं,
मेरी किस्मत बहुत बुरी रही हैं,
सांस जितना पास थे
हम फिर भी यार मिलो जैसी दूरी रहीं।
किस्मत पर रोना मैंने छोड़ दिया,
अपनी उम्मीदों को, मैंने हौसलों से जोड़ दिया।
Kharab Kismat Shayari On Life
जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा,
जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।
लेके अपनी अपनी क़िस्मत, आए थे गुलशन में गुल,
कुछ बहारों में खिले, कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।
किस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहीं,
पर हाथों की लकीरों पे तुम्हें हर रोज लिखता हूँ।
जब मोहब्बत बेमिसाल हो,
तो समझ लेना वो किस्मत मे नही है।
किस्मत ने साथ नहीं दिया साहब,
वरना इश्क तो हमने भी जबरदस्त किया था।
जो मेरे सबसे ज्यादा थे पास,
उनसे आज हो गयी दूरी है,
देखो तो मेरी किस्मत कितनी बुरी है।
किस्मत की बात है, कल तक मैं उसकी
ज़िन्दगी था, आज ज़िन्दगी में कहीं भी नही हूँ।
खोना चाहता मैं तुझे किसी क़ीमत में नहीं,
मगर क्या करूँ जब तू क़िस्मत में नहीं।
कहते हैं बुरा वक़्त सबका आता हैं,
कोई निखर जाता हैं, कोई बिखर जाता हैं।
तकदीर किस्मत शायरी
मेरा हिस्सा भी मेरे हिस्से में नहीं आता,
अब इसके सिवाय और क्या ही कहूँ,
की किस्मत खराब है।
मिलना था इत्तेफ़ाक बिछड़ना नसीब था,
वो इतना दूर हो गया जितने क़रीब था।
जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में,
उनसे प्यार कसम से शिद्दत से होता है।
किस्मत का लिखा सब कुछ सहना पड़ता है,
परेशानियाँ बेची नहीं जाती,
और हँसी खरीदी नहीं जाती।
किसी के तुम हो किसी का ख़ुदा है दुनिया में
मेरे नसीब में तुम भी नहीं ख़ुदा भी नहीं।
उसे किस्मत समजकर गले से लगाया था,
भूल गए थे किस्मत बदलते देर नहीं लगती।
भले ही मेरी किस्मत है अधुरी,
लेकिन मेरी जिंदगी फिर भी है पुरी।
भाग्य बदल जाता है जब इरादे मजबूत हो वरना
जीवन बीत जाता है किस्मत को दोष देने में।
क़िस्मत के पन्नो की स्याही भी काली होती हैं,
किसी को बिन मांगे सब मिला,
किसी की झोली ताउम्र खाली होती हैं।
जो इंसान जिंदगी में कुछ नही करता है,
वो किस्मत को कोसता रहता है।
इसे भी पढ़े
किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
Last Word :-
दोस्तों मे आशा करता हूँ की हमारे द्वारा लिखी गई खराब किस्मत शायरी आपको बहुतही ज्यादा पसंद आई होगी। अगर आपको यह शायरी पसंद आई है, तो हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य कमेंट करें। और साथ ही आप हमें यह भी बता सकते हैं, कि इन खराब किस्मत शायरी में से सबसे अच्छी शायरी आपको कौन सी लगी। और आप खराब किस्मत शायरी को अपने सभी दोस्तों के साथमे शेयर जरूर करें। और आप इसे इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सप्प मे भेज सकते है।